कचहरी बनी रणभूमि, वकीलों ने दरोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।

वाराणसी। मंगलवार को वाराणसी कचहरी का नजारा किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं था। जहां आमतौर पर इंसाफ़ की लड़ाई लड़ी जाती है, वहीं अधिवक्ता और पुलिस आमने-सामने आ गए। बड़ागांव थाने के दरोगा मिथिलेश और उनके साथियों पर वकीलों का ऐसा गुस्सा फूटा कि उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। भीड़ के बीच जब वर्दीधारी जमीन पर तड़पते दिखे, तो हर कोई हैरान रह गया। गंभीर रूप से घायल दरोगा फिलहाल बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को बड़ागांव थाने में जमीन के एक मामले को लेकर अधिवक्ताओं और पुलिस में विवाद हुआ था। उसी विवाद की कड़ी मंगलवार को फिर भड़क उठी और देखते-ही-देखते मामला हाथापाई से मारपीट में बदल गया। दरोगा मिथिलेश और उनके साथियों पर वकीलों का ऐसा गुस्सा फूटा कि उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। भीड़ के बीच जब वर्दीधारी जमीन पर तड़पते दिखे, तो हर कोई हैरान रह गया। स्थिति बिगड़ने की सूचना पर डीएम सत्येंद्र कुमार और एडीसीपी कानून-व्यवस्था शिवहरि मीणा मौके पर पहुंचे और बार पदाधिकारियों से बातचीत कर शांति बहाल करने का प्रयास किया। सुरक्षा की दृष्टि से पूरे कचहरी परिसर को छावनी में बदल दिया गया है। कमिश्नरेट क्षेत्र की पांच थानों की पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। फिलहाल माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।





